2 Hindi Poems You Would Like To Read
2. समस्याओं से जंग
मत सुनो हवा की झनकारे,
उठो, तोड़ दो जंजीरें,
लांघ दो चार दीवारें,
मजबूत इरादों पर चोट न हो,
अंतर्मन में कोई खोट न हो,
आओ लड़े समस्याओं से जंग,
बहुत कर दिया इनने हमें तंग,
क्या तुम्हारे बाजुओं में दम नहीं ?
समझलो तुम किसी से कम नहीं
खून का उबाल कम न हो,
किसी के जीवन में गम न हो,
ये जूनून तुम्हारा कायम रहे,
सुरक्षित मां का दामन रहे,
क्यूँ हो खामोश , निराश ?
क्या छोड़ दी तुमने आश?
तनाव से जीवन में विस्फोट न हो,
नेक ईरादों में कोई संकोच न हो,
ये बढ़ते कदम कहीं थम न जाये,
इतना रखो विशवास खुदपर कि
तुम्हारा तलाशा हुआ हर पत्थर तराश कर हीरा बन जाये...
3. स्वतंत्रता दिवस
दिनांक- 15/08/2020
73 वर्ष हुए आजादी को
आज फिर वही तारीख है
स्वतंत्र तो है हम लेकिन
सैनिक सीमा पर मुस्तैद है
और हम घर में कैद हैं
देश महामारी ग्रस्त है
सरकारी दफ्तरों से लेकर
अस्पताल तक भ्रष्ट हैं
क्या यह वही भारत है
जिसका सपना गांधी, नेहरू ने देखा था?
याद करो, 1947 का वो दिन अनोखा था
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की शान निराली थी
200 वर्ष की गुलामी से
मिली आजादी की खुशहाली थी
याद करो स्वतंत्रता संग्राम,
शहीदों की बलिदानी
प्रेरणा लेकर लिखो तुम,
आधुनिक भारत की नई कहानी.....
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